विक्रम मिश्र, लखनऊ. जीएसटी (GST) की चोरी पर प्रतिबंध लगाने को लेकर जहां महकमा लगातार कोशिशें कर रहा है तो वहीं जालसाज इसका तोड़ निकलने के लिए भी नए समीकरण बना रहे हैं.इसी का नया मामला तब सामने आया जब उत्तर प्रदेश की स्टेट GST टीम में सिगरेट से सिगरेट बनाने वाली कंपनी का कर चोरी का पर्दाफाश किया.इससे पहले CGST टीम ने जांच तंबाकू से किमाम बनाकर 850 करोड़ की टैक्स चोरी करने वाले रैकेट को पकड़ा था. जिसमें जलसाज़ों ने किमाम के निर्माण के लिए 41 करोड़ रुपयों की सिगरेट खरीदारी को बिलो में दर्शाया था. फिर उससे बने किमाम को मात्र 18 हज़ार रुपये प्रति किलो के आधार पर निर्यात कर दिया. गौरतलब है कि निर्यात किए गए उत्पाद पर इंटीग्रेटेड GST रिफंड का लाभ मिलता है. जिसका फायदा जलसाज़ों ने उठाया था. जिस पर जांच एजेंसी ने इनके समीकरणों को देखते हुए पड़ताल किया तो भंडा फूट गया. ऐसे कई और भी मामले हैं, जिसमें की GST टीम की निशाने तम्बाकू व्यापार करने वाले जालसाज सामने आए है.
प्रदेश में जिलेवार हैं नेक्सस किमाम और सिगरेट के दोनों ही मामले में कानपुर, लखनऊ, मेरठ, नोएडा और दिल्ली का सम्बंध मिला है. जबकि जांच में विभागीय अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध नज़र आई थी. जिस पर केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर और स्टेट GST की टीम ने इन जलसाज़ों के खिलाफ कमर कस लिया है.