नीमच: गधे भी गुलाब जामुन खाएंगे यह कहावत बहुतायत में प्रचलित है। वैसे अगर देखा जाए तो गेटों को कोई गुलाब जामुन नहीं पर खिलाता मगर इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि जिस तरह दूसरी कहावत गरज पड़ने पर गधे को भी आप बनाना पड़ता है। तो यही नजारा इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए किए गए एक टोटके के तहत मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में सामने आया है जिसमें शमशान में गधों को जोतकर नमक की बुवाई करवाई गई ताकि इंद्रदेव प्रसन्न होकर अच्छी वर्षा की सौगात देकर धरती की प्यास बूझकर किसान क फसलों को बेहतरी दे सके। क्योंकि प्रदेश में मानसून ने भले ही दस्तक दे दी है लेकिन अच्छी बारिश के लिए धरती अभी भी तरस रही है। वैसे तो प्रदेश में उज्जैनी मनाना, घास भैरू, अर्थी निकालना आदि टोटके कर किसान अच्छी वर्षा की कामना करते नजर आ रहे हैं। परंतु उनका असर नहीं होने पर अब किसानों ने गधों से ही शमशान में हल चलवा नमक की बोवनी करवाना शुरू कर दिया। उल्लेखनीय है कि पिछले साल भी मंदसौर में यह टोटका सामने आया था । इस टोटके के बाद अच्छी बारिश होने पर गधों को गुलाब जामुन भी खिलाए गए थे। इस बार भी टोटके के बाद अच्छी वर्षा होने पर इन गधों को गुलाब जामुन खिलाई जाएंगे।