भोपाल ।
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में अगले कुछ दिनों के लिए अति घनघोर वर्षा का ‘अलर्ट’ जारी किया है। 7 जुलाई तक प्रदेश के कई इलाकों में ‘अति भारी’ और ‘भारी’ बारिश की संभावना है, जिससे जनजीवन ‘अस्त-व्यस्त’ हो सकता है।
मौसम विभाग के ‘फॉर कास्ट’ के मुताबिक, कुछ जिले ऐसे हैं जहां ‘अति भारी’ बारिश का खतरा सबसे ज्यादा है। इन जिलों में 4 जुलाई से 7 जुलाई के बीच कई बार ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है, मतलब यहां स्थिति ‘काफी गंभीर’ हो सकती है ।
डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी जिलों में ‘अति भारी’ बारिश का ‘अलर्ट’ जारी हुआ है।
विदिशा, रायसेन, राजगढ़, मंदसौर, सागर, धार, रतलाम, कटनी: इन जिलों में भी ‘अति भारी’ बारिश या ‘भारी’ बारिश का ‘अलर्ट’ है। यहाँ भी ‘वाटर लॉगिंग’ और ‘लो-लाइनिंग एरिया’ में पानी भरने की दिक्कत हो सकती है।
अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, मैहर, पांढुर्णा, नर्मदापुरम, उज्जैन, आगर, नीमच, झाबुआ, निवाड़ी: इन सभी जिलों में भी ‘भारी’ बारिश और ‘वज्रपात’ की संभावना है। कहीं-कहीं ‘तेज हवाएं’ भी चल सकती हैं।
मौसम विभाग ने किसानों को भी ‘चेतावनी’ दी है। बारिश या ‘तेज हवा’ के दौरान ‘फर्टिलाइजर’ या ‘पेस्टिसाइड’ का ‘छिड़काव’ न करें। ‘सोयाबीन’, ‘मक्का’ या अन्य ‘खरीफ’ फसलों की बुवाई ‘भारी’ बारिश के दौरान करने से बचें, ताकि बीज बहने और खराब ‘जर्मिनेशन’ से बचा जा सके। ‘आंधी-तूफान’ के समय पशुओं को पेड़ों के नीचे या खुले स्थानों पर न बांधें।