सिद्धी विनायक मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के खिलाफ प्रदर्शन, जहरीले जानवर के काटने से हुई थी युवक की मौत, परिजनों का आरोप इलाज में बरती गई लापरवाही

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मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ क्षेत्र के रिछा गांव के सैकड़ों ग्रामीण सोमवार को एसपी कार्यालय पहुंचे, और यहां इलाज में लापरवाही बरतने पर शहर के निजी हॉस्पिटल सिद्धिविनायक मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के प्रबंधन पर आरोप लगाया, कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा की अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा परिजनों को अंधेरे में रखा और उचित इलाज नहीं किया इसके चलते युवक की मौत हो गई।

अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की शिकायत पुलिस को करने के बाद शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर सोमवार को परिजनों के साथ कांग्रेस नेता श्यामलाल जोकचंद के साथ सैकड़ों ग्रामीण मंदसौर में कलेक्ट्रेट पहुंचे, और मृतक युवक के परिजनों को मुआवजा राशि देने और अस्पताल पर करवाई करने की मांग की। इसके बाद परिजनों एसपी कार्यालय भी पहुंचे। यहां की अस्पताल पर करवाई की मांग की गई।

जानकरी के अनुसार 2 जुलाई को मल्हारगढ़ के रिछा गांव के रहने वाले 20 वर्षीय युवक ऋतिक पिता जितेंद्र दमामी को जहरीले जानवर ने काट लिया था। परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, यहां चिकित्सकों ने उसे सुविधाओं के अभाव में अन्य अस्पताल में ले जाने को कहा। इसके बाद परिजन युवक को शहर के सिद्धि विनायक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, यहां मौजूद डॉक्टर मनीष पाठक ने मरीज को अटैंड करते हुए उपचार शुरू किया और परिजनों को आश्वस्त किया था कि वह खतरे से बाहर है। इसके कुछ देर बाद ही युवक की मौत हो गई।

परिजन ने आरोप लगाते हुए हुए कहा कि डॉ. मनीष पाठक ने लापरवाही पूर्वक इलाज किया और अपने वरिष्ठ चिकित्सकों को सूचित भी नहीं किया। अच्छे इलाज के अभाव में युवक ने दम तोड़ दिया। सही इलाज के अभाव में हुई युवक की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल इसकी शिकायत शहर कोतवाली थाने में की थी। शिकायत के बाद भी करवाई नहीं होने और आज परिजन कांग्रेस नेताओं के साथ कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय पहुंचकर परिजनों को मुआवजा राशि देने और अस्पताल पर करवाई की मांग की है।

मामले में सिद्धि विनायक मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के संचालक निर्मल गंगवानी में बताया कि युवक को सुबह साढ़े दस बजे सांप ने काटा था। परिजन लेकर गए इसके बा दोपहर 1 बजे सिद्धि विनायक अस्पताल लेकर आए थे। सांप के कटाने के ढाई घंटे में जगह फैल जाता है इसमें मरीज के बचने की उम्मीद कम होती है। हमारे डॉक्टरों ने पूरा प्रयास किया था।

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