इंदौर : 42 साल के पिता को नाबालिग बेटी अपना लीवर दे सकती है? इस सवाल पर इंदौर हाई कोर्ट को फैसला 18 जून को करना है। 6 साल से पिता शिवनारायण बाथम लीवर की बीमारी से घिरे हैं। डोनर नहीं मिला। अब डॉक्टर कह चुके हैं कि 10 से 15 दिन में लीवर ट्रांसप्लांट नहीं किया तो जान को खतरा है। यह सुनकर 17 साल 10 महीने की उनकी नाबालिग बेटी प्रीति सामने आई। उसने कहा कि मैं अपने पिता को लीवर देना चाहती हूं। लेकिन उम्र 2 महीने कम पड़ गई है। डॉक्टरों ने लीवर ट्रांसप्लांट से मना कर दिया। इस पर परिवार 13 जून को हाई कोर्ट पहुंच गया है। दलील दी कि उम्र सिर्फ 2 महीने कम है तो दूसरी तरफ पिता के लिए अगले 15 दिन बहुत क्रिटिकल हैं। अदालत ने चीफ मेडिकल ऑफिसर से बाथम की मेडिकल रिपोर्ट मांगी है। 18 जून को याचिका पर फैसला आ सकता है।