भारतीय रसोई में इस्तेमाल होने वाले पैकेटबंद मसालों पर प्रतिबंध और जांच के दायरे में आने के बाद इस उद्योग की साख संकट में है। करीब 80 हजार करोड़ के इस कारोबार में भारत का सिक्का चलता है। उद्यमियों के मुताबिक प्रतिबंधों की वजह से विदेशों के साथ-साथ घरेलू बाजार में भी मसालों की खपत में 15 फीसदी की कमी आ गई है। यानी 11 हजार करोड़ का झटका लग चुका है। अकेले यूपी की मसाला इंडस्ट्री को 4 हजार करोड़ का नुकसान हो चुका है। वहीं फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्डस अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया है कि घातक एथीलीन ऑक्साइड की न्यूनतम मानक सीमा को दस गुना बढ़ा दिया गया है। इंडस्ट्री ऐसे प्रतिबंधों को अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र भी मान रही है, ताकि चीन सहित कुछ अन्य देश मसाला निर्यात में भारत को मात दे सकें।