नीमच: (सुरेश सन्नाटा)
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने में बाजी मारते हुए उन्हें चुनावी जंग में उतार दिया है परंतु कांग्रेस अभी तक मंथन में ही उलझी हुई है। जहां बीजेपी ने अपने मध्यप्रदेश के सभी उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं वहीं कांग्रेस केवल 10 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर पाई है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि कांग्रेस ऐसा कौन सा मंथन कर रही है जिसकी वजह से वह उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर पा रही है। वैसे अगर देखा जाए तो मध्य प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति किसी से छुपी नहीं है ऐसे में यही लगता है कि कांग्रेस का मंथन जीतने वाले उम्मीदवार को लेकर तो दिखाई नहीं देता क्योंकि कांग्रेस की गुटबाजी वैसे भी जीतने वाले उम्मीदवार का नाम तय नहीं करने देती है। इसलिए लगता है शायद अब वह इस बात का मंथन कर रही है कि कौन ज्यादा से ज्यादा वोटों से हारने का कीर्तिमान बना सकता है ताकि उस उम्मीदवार को मैदान में उतरा जाए । कांग्रेस के सर्वे में जो नाम सामने आ रहे हैं वे तो यही खुलासा कर रहे हैं कि उनका वजूद जीत का परचम लहराने की बजाय ज्यादा से ज्यादा वोटो से हारने का लग रहा है। विधानसभा चुनाव में भी जो बात सामने आई उसमें यह लगा की जिस तरह टिकट वितरण हुआ उसके बाद कांग्रेस के ही सिपहसालारों ने अपने उम्मीदवार की जीत का परचम फहराने की बजाय उसकी लुटिया डूबाने का काम ज्यादा किया। अगर यही स्थिति रही तो शायद अब भी इसी तरह लोकसभा चुनाव के परिणाम भी सामने आकर कांग्रेस के उम्मीदवार ज्यादा ज्यादा से ज्यादा वोट से हारने का कीर्तिमान बनाते नजर आएंगे।

