कहते हैं कोई व्यक्ति जब शीर्ष पर पहुंचता है तो न जाने कहां-कहां से लोग रिश्तेदार बन जाते हैं या मित्र बन जाते हैं और चाहते हैं कि उस व्यक्ति के हम नजदीक हो जाएं । उससे अपनी रिश्तेदारी बढ़ाएं , मित्रता बढ़ाएं । परंतु यह भी तो कहते हैं की चूहे को चिंदी वैसे ही नहीं मिल जाती क्योंकि अगर उसे चिंदी मिल जाए तो फिर बात ही क्या है। यही स्थिति जब डॉ. मोहन यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो कई ऐसे चेहरे नीमच में भी सामने आए जो उन्हें अपने समाज का बताते हुए रिश्तेदारी से जोड़ने की बात करते नजर आए तो कई अपनी मित्रता की दुहाई भी देते नजर आए परंतु आज जब मुख्यमंत्री मोहन यादव नीमच रोड शो एवं आभार प्रदर्शन के लिए दौरे पर आए तब जो स्थितियां सामने आई उसमें छुटे भैया नेताओं को देखकर हंसी भी आई क्योंकि वे नीमच हवाई पट्टी रोड शो से लेकर दशहरा मैदान तक इस आस में भटकते रहे कि उनका एक फोटो मोहन यादव के साथ हो जाए और उनकी चवन्नी चल जाए। परंतु अपवाद को छोड़कर ऐसा नहीं हो पाया और इन छुट भैया नेताओं की तमाम मंशाओं पर पाला पड़ गया। खैर…वैसे यह बात अलग है की छूट भैया नेताओं का काम आशा बनाए रखकर जीना है ताकि कभी ना कभी वह अपना जुगाड़ जमाने मैं कामयाबी हासिल कर सके।
हमारे सांसद जी भी लाजवाब है…?
हमारे सांसद सुधीर गुप्ता जी का भी क्या कहना इनकी कार्य शैली भी लाजवाब है। घुमा फिरा कर जनता को समझना आपको बखूबी आता है। आज भी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सभा में एक बात आपने पासपोर्ट कार्यालय को लेकर कही कि पासपोर्ट कार्यालय संसदीय क्षेत्र में सिर्फ एक जगह ही खोला जाता है। सांसद जी क्या कहना आपका अरे एक जगह खोला जाता है तो वह मंदसौर में खुल चुका है तो फिर इसका जिक्र करने की आपको क्यों जरूरत पड़ गई । शायद जरूरत इसलिए पड़ गई कि चुनाव सिर पर हैं और आप यह घास जनता को डाल रहे हैं कि मैं केंद्रीय मंत्री जयशंकर प्रसाद जी से नीमच में भी एक पासपोर्ट कार्यालय खोलने की बात की है और उन्होंने उसे नोट कर लिया है। वैसे आपकी कार्यशैली को नीमच अच्छी तरह से जानता है किस तरह ट्रेनों का नुकसान हुआ, किस तरह यहां से कार्यालय आप मंदसौर ले गए। प्रभु जय हो आपकी आपको अगले चुनाव की फिर बधाई। इसी तरह आप नीमच को घास डालते रहें।
जागी मंत्री पद की आस…!!
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दशहरा मैदान में सभा के दौरान जिस तरह नीमच की धरा को ऊर्जावान, पराक्रम, पुरुषार्थ की धरा बताते हुए भाजपा की यात्रा का ऐसा बीज मंत्र बताया जो यहीं से बोया गया था। इसके अलावा उन्होंने जहां जिले के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को नमन करते हुए पूर्व विधायक खुमान सिंह शिवाजी की बुलंदी भी याद दिलाई। इसी तरह मुख्यमंत्री यादव वर्तमान नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार को भोले भंडारी बताते हुए उनके कार्यकाल को सराहना भी नहीं भूले। वहीं उन्होंने मनासा विधायक माधव मारू को अपना मित्र बताते हुए उनकी भी प्रशंसा की। जावद विधायक ओमप्रकाश सकलेचा को शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्रिमंडल का साथी बताते हुए उनकी कार्यशैली व ऊर्जा को सराहा । इस प्रशंसा को देखकर व नीमच की ऊर्जावान धरती के प्रति की गई बात को सुनकर ऐसी चर्चाएं भी सामने आई कि शायद मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान नीमच को पुनः एक मंत्री पद की सौगात मिल सकती है !!!
चर्चा में रहा निष्कासित कांग्रेसी नेता का प्रेम…
राजनीति कब क्या जलवा दिखा दे कहा नहीं जा सकता। क्योंकि गत सप्ताह पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कमल से जुड़ने का मामला उछला उसके बाद यह बात अलग है कि कमलनाथ तो कांग्रेस में ही पालथी मार कर बैठे हैं। परंतु उनके समर्थक नीमच के राजकुमार अहीर आज मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के स्वागत अभिनंदन का विज्ञापन छपवाने के बाद उनका स्वागत सत्कार करने भी चले गए। वैसे राजकुमार अहीर का मुख्यमंत्री के प्रति यह प्रेम सामाजिक रूप में उनकी सोच को स्वागत के लिए आगे लाया हो यह बात अलग है।
यहां भी नहीं चुके जेब कतरे…
आज मुख्यमंत्री करोड़ों की सौगात देकर नीमच में रोड शो व आभार सभा कर रहे थे। इस सभा में वे इस बात का भी जिक्र कर रहे थे कि अब गुंडागर्दी और असामाजिक तत्वों को कतई नहीं बख्शा जाएगा। उसके बावजूद उनकी सभा के दौरान जेब कतरा अपने हाथ का कमाल दिखा रहा था जो पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

