नीमच। (AP NEWS EXPRESS)
नयन रम्य नीमच नगरे… प्रातः स्मरणीय, विश्व वंदनीय परम पूज्य दादा गुरुदेव श्री राजेंद्र सूरीश्वर जी म.सा. की 200 वीं द्वि जन्म शताब्दी निमित्ते दादा गुरुदेव के हस्त निर्मित 421 चित्रों की भव्य चित्र प्रदर्शनी का ज्योतिष रत्न डॉ. लाभेश विजय जी म.सा. की सद् प्रेरणा से 23 नवंबर 2025 रविवार को सुबह 9:30 बजे जैन कॉलोनी नीमच में उद्घाटन होगा।
आयोजक एवं निमंत्रक श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ राजेन्द्र सूरि जैन मंदिर ट्रस्ट, नीमच ने बताया कि
श्री राज राजेंद्र सुरीश्वर प्रतिष्ठान गुरु धाम कात्रज पूना के तत्वाधान में एवं ज्योतिष रत्न डॉ लाभेश विजय जी म सा की सद प्रेरणा से सम्पूर्ण भारत भर में निकली चित्र प्रदर्शनी रथ यात्रा का नीमच में भव्य आगमन 23 नवम्बर को होने जा रहा है । चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन दिनांक 23 नव. को प्रातः 9.30 बजे जैन कॉलोनी नीमच में होगा। प्रदर्शनी प्रातः 9.30 बजे से रात्रि 9 बजे तक श्रद्धालुओ के दर्शनार्थ खुली रहेगी। गुरुदेव राजा राजेन्द्र सुरी जी के 2027 में जन्म के 200 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में सम्पूर्ण भारत के जैन कलाकारों द्वारा हस्त निर्मित 421 चित्र प्रदर्शनी में दर्शनार्थ रखे जाएंगे। संध्या 7.30 बजे रथयात्रा में विराजित गुरुदेव की प्रतिमा के समक्ष भव्य आरती का आयोजन किया जावेगा। नगर में आध्यात्म और कला का अद्भुत संगम 23 नवंबर 2025, रविवार को देखने को मिलेगा जिसमें दादा गुरुदेव श्री राजेन्द्र सूरीश्वरजी म.सा. की 200वीं जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में निर्मित 421 दुर्लभचित्रों की ‘भव्य चित्र प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। यह आयोजन श्री संकेश्वर पार्श्वनाथ शंखेश्वर राजेन्द्रसूरी जैन मंदिर ट्रस्ट, नीमच (म.प्र.) द्वारा किया जा रहा है। प्रदर्शनी का उद्देश्य दादा गुरुदेव के जीवन, त्याग, आध्यात्मिक साधना और उनके अद्भुत योगदान को समाज तक पहुँचाना है। प्रदर्शनी की समस्त प्रेरणा ज्योतिष रत्न डॉ. लाभेश विजय जी म.सा. द्वारा प्रदान की गई है। इन चित्रों में दादा गुरुदेव के अलौकिक व्यक्तित्व की झलक है।
ट्रस्ट अध्यक्ष राजेंद्र डूंगरवाल के अनुसार, प्रदर्शनी में रखे गए 421 चित्र दादा गुरुदेव के जीवन दर्शन, धर्म कार्य, साधना एवं ऐतिहासिक प्रसंगों को दर्शाते हैं ।
23 नवंबर को सुबह 9:30 बजे होगा उद्घाटन
प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन सुचह 9:30 बजे जैन कॉलोनी, नीमच में किया जाएगा। कार्यक्रम में श्रद्धालु समाजजन, विद्वान, कलाप्रेमी एवं शहर के गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहेंगे। डॉ. लाभेश विजय जी म.सा. ने नगरवासियों से इस आध्यात्मिक व कलात्मक आयोजन में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थिति दर्ज करवा कर धर्म लाभ लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा है कि ‘दादा गुरुदेव के जीवन को समझना, उनके चित्रों को देखना स्वयं में एक आध्यात्मिक अनुभव है। इसलिए इस दुर्लभ अवसर का लाभ लेकर सभी जन इसे अवश्य देखें। इस भव्य प्रदर्शनी के माध्यम से नीमच नगर में धार्मिक और सांस्कृतिक वातावरण विकसित होने के साथ ही दादा गुरुदेव की 200 वीं जयंती वर्ष का स्मरण समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा। आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं से इस विशेष अवसर का हिस्सा बनने की अपील की है।
प्रदर्शनी दादा गुरुदेव के व्यक्तित्व का दिव्य दर्शन है – लाभेश विजय जी
डॉ. लाभेश विजय जी म.सा. के अनुसार दादा गुरुदेव के जीवन का प्रत्येक क्षण मानवता, शांति और आध्यात्मिक जागृति का संदेश देता है। इन चित्रों का उद्देश्य समाज को प्रेरणा देना और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचरण करना है। यह प्रदर्शनी केवल कला ही नहीं, बल्कि दादा गुरुदेव के विराट व्यक्तित्व का दिव्य दर्शन है।

