नीमच। (AP NEWS EXPRESS)
दूसरों की खुशी में शामिल तो सभी होते हैं लेकिन दूसरों के दुःख में शामिल होना हमें महावीर स्वामी ने सिखाया है। उन्होंने संसार के कल्याण के लिए जीव दया का उपदेश संसार को दिया। ताकि हम जीव हत्या जैसे पाप से बच सके और हमारे कर्म में पुण्य फल बढ़ सके । भगवान महावीर स्वामी का जन्म हमें जीव दया का संदेश देता है।
यह बात साध्वी सौम्या दर्शना श्री जी महाराज ने श्री जैन श्वेतांबर महावीर जिनालय ट्रस्ट एवं चातुर्मास समिति विकास नगर के तत्वाधान में साध्वी सौम्या दर्शना श्री जी महाराज साहब आदि ठाणा 4 के चातुर्मास के मध्य पर्युषण महापर्व में आयोजित धर्म सभा में कही ।
इस अवसर पर राहुल जैन , शुभम नाकोड़ा , हितेश नागौरी ने भजन प्रस्तुत किए। विभिन्न धार्मिक चढ़ावे की बोलियां लगाई गई जिसमें समाज जनो ने उत्साह के साथ सहभागिता निभाई। तपस्वियों की अनुमोदना की गई।साध्वी अक्षय दर्शना श्री जी महाराज साहब का सानिध्य मिला।
चातुर्मास धर्म सभा में महावीर जिनालय ट्रस्ट अध्यक्ष राकेश जैन आंचलिया ,चातुर्मास समिति संयोजक राजमल छाजेड़, सचिव राजेंद्र बंबोरिया , राहुल जैन सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।
साध्वी सौम्या दर्शना श्री जी महाराज साहब के सानिध्य में आज सोमवार 25 अगस्त को सुबह 9 बजे प्रवचन होंगे जिसमें महावीर का पाठशाला गमन विषय पर प्रकाश डाला जाएगा ।शाम 6:30 बजे प्रतिक्रमण होंगे। रात 8:30 बजे धार्मिक तंबोला का आयोजन किया जाएगा।
जीव दया का संदेश देता है महावीर जन्मोत्सव – साध्वी सौम्य दर्शना जी, जन्म वाचन में उमड़े समाजजन

