चिरंजीव आदेश निवासी भोपाल और सौम्या निवासी रायसेन के विवाह समारोह की परिणय पत्रिका इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। इस विवाह पत्रिका के वायरल होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि यह अन्य पत्रिकाओं से कुछ भिन्न है। इसमें शादी समारोह के आयोजनों के साथ ही सभी कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से समझाया गया है। चाहे वह माटी पूजन हो, गणेश पूजन, हल्दी मंडप, माता पूजन हो या फिर विवाह संस्कार, इस परिणय पत्रिका में शादी के सभी वचनों को अच्छे तरीके से समझाया गया है। इसके माध्यम से यह बताने का प्रयास किया गया है कि विवाह समारोह में की जाने वाली इन रस्मों का आखिर क्या अर्थ है।
परिणय पत्रिका में यह भी है खास: वैसे तो यह पूरी परिणय पत्रिका ही विशेष है, लेकिन इसमें तुलसीदास द्वारा 600 साल पहले तैयार की गई एक गाइड भी प्रकाशित की गई है, जिसे काफी पसंद किया जा रहा है। इस पत्रिका में रामचरित मानस के श्लोकों के माध्यम से हर समस्या का समाधान मिलने की बात कही गई है। इसके साथ ही, पूरे वर्षभर में आने वाले विशेष तीज-त्यौहार, मैजिक कैलेंडर, दिन-रात के चौघड़िया और रक्तदान महादान का संदेश भी दिया गया है।
शादी के 7 वचन भी हैं परिणय पत्रिका का विशेष आकर्षण: शादी की पत्रिका में विवाह के 7 वचनों के बारे में बताया गया है। अब तक ज्यादातर लोगों को केवल शादी के सात वचनों की थोड़ी-बहुत ही जानकारी होती थी, लेकिन यह परिणय पत्रिका उन सभी वचनों को फिर से याद दिलाती है, जो विवाहित युगल ने शादी के समय लिए थे।
पर्यावरण का भी दिया संदेश: इस पत्रिका की एक विशेषता यह भी है कि इसमें “एक पेड़ परिवार के नाम” लगाने का संदेश दिया गया है। पर्यावरण की सुरक्षा के साथ ही आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर भविष्य की नींव रखने की बात भी इसमें कही गई है। इस संदेश के माध्यम से सभी से अपील की गई है कि वे अपने प्रियजनों एवं परिवार के सम्मान में एक पेड़ अवश्य लगाएं।