
पुलिस थाना नीमच केंट व पुलिस की संयुक्त टीम ने शहर के बंसल चौराहे पर स्थित मल्टी में 11 जुलाई की रात्रि हाई प्रोफाईल अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर हत्या कृत करने वाले अपराधी वह उसके साथी को गिरफतार कर लिया है।
पुलिस कप्तान श्री जायसवाल ने बताया कि हत्या के आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उससे की गई पूछताछ में आरोपी अर्जुन मीणा ने पुलिस को बताया कि वह चोरी करने के उद्देश्य से अकेली महिला के घर में घुसा था लेकिन महिला द्वारा विरोध करने पर उसने चाकू निकालकर उसे डरना चाहा परंतु जब वह चिल्लाई तो उसने उसे चाकू मार दिया जिससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल ने पत्रकारों के समक्ष इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि उन्होंने व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवल सिंह सिसोदिया ने घटना के बाद से ही आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने पुलिस दल गई लगातार मॉनिटरिंग कर इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश आरोपी हुआ उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी अर्जुन मीणा की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त किया गया चाकू व चोरी की गई 1,60,000 की राशि भी बरामद कर ली है।
पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवल सिंह सिसोदिया, नगर पुलिस अधीक्षक सुश्री किरण चौहान के मार्गदर्शन व थाना प्रभारी नीमच केंट निरीक्षक पुष्पा सिंह के नेतृत्व में संयुक्त पुलिस टीम द्वारा गत दिवस 11 की रात्रि बंसल चौराहा स्थित सिंहल मल्टी आर्शीवाद पलेट में हुए महिला के अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर हत्या के प्रकरण में शामिल मुख्य आरोपी सहित अन्य को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
उल्लेखनीय है कि 11 जुलाई को लीला देवी पति
गिरधारी लाल गोयल बंसल मल्टी स्थित अपने घर के बेड पर मृत अवस्था में पड़ी हुई थी। उसकी गर्दन से खून निकला होकर पूरा बिस्तर पर खून से सना हुआ था । जिसकी सूचना परिजन द्वारा पुलिस को दी जाने पर पुलिस थाना नीमच केंट पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था ।पुलिस ने आरोपी अर्जुन पिता मुन्ना लाल मीणा उम्र 34 वर्ष निवासी नाका नम्बर 04 चांदमल पन्नालाल मोटर गैरेज के पास बचाना व उसके साथी लाभचंद उर्फ बंटी पिता कन्हैयालाल कुम्हार उम्र 43 वर्ष निवासी गली नम्बर 04 मकान न. 04 बधाना को गिरफ्तार कर लिया है। मामले का पर्दाफाश करने में निरीक्षक पुष्पा सिंह चौहान, उप निरीक्षक असलम पठान, प्रधान आरक्षक प्रदीप शिंदे (प्रभारी सायबर सेल), प्रधान आरक्षक श्रीपाल सिंह, प्रधान आरक्षक आजाद सिंह, प्रधान आरक्षक देवीलाल डिगा, प्रआर आदित्य गौड, आर, सर्वेश यादव, आरक्षक राजेश चौधरी, आरक्षक मनीष माली (थाना रामपुरा), आरक्षक प्रहलाद गुर्जर, आरक्षक राजेश जाट, आरक्षक राहुल सोलंकी, आरक्षक आशुतोष शुक्ला, आरक्षक ओमप्रकाश पारगी (थाना बधाना), आरक्षक दशरथ मालवीय, आरक्षक कुलदीप सिंह, आरक्षक लखन प्रताप सिंह, आरक्षक मधुसूदन का सराहनीय योगदान रहा । पुलिस कप्तान में मामले की सतीश में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले पुलिस कर्मियों को अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मानित भी किया।