बिहार।
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट की स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी खास समीक्षा को लेकर राजनीति गरमा गई है। इस बीच, इंडिया गठबंधन के नेताओं ने भी बिहार में चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इंडिया गठबंधन के नेताओं ने एकजुट होकर चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण कार्य का विरोध किया है। R J D नेता तेजस्वी यादव समेत कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने चुनाव आयोग के खिलाफ तीखा हमला बोला है। तो वहीं, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी बिहार में मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन को लेकर बड़ा बयान दिया है। इसके साथ ही ओवैसी ने कहीं ना कहीं कांग्रेस-RJD का साथ देते हुए चुनाव आयोग से बड़ी मांग कर दी है।
उल्लेखनीय है कि, बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन, चुनाव से पहले वोटर लिस्ट की स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। बिहार मतदाता सूची पुनरीक्षण का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पूरा विपक्ष एकजुट हुआ और RJD कार्यालय में प्रेस कॉफ्रेंस कर सभी नेताओं ने एक स्वर में नौ जुलाई को पूरे राज्य में चक्का जाम का एलान किया।
इस बीच, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी कहा, कि “हम सिर्फ इतना कहना चाहते हैं कि इतने कम समय में आप S.I.R. कैसे कर पाएंगे, आप उन लोगों का जन्म प्रमाण पत्र क्यों मांग रहे हैं जिन्होंने अपना पता बदल लिया है, जो अब कहीं और चले गए हैं। बिहार में कुछ नहीं हुआ, रोजगार नहीं है, इसलिए वे लोग मजबूरी में बाहर गए। हमने ये सारी समस्याएं चुनाव आयोग के सामने रखी हैं। अगर जल्दबाजी में 15-20% लोगों के भी नाम छूट गए तो ये नागरिकता का मामला बन जाएगा। इसलिए हम कहते हैं कि हम S.I.R. के खिलाफ नहीं हैं लेकिन समय तो दीजिए।”