भोपाल: यूं तो मध्य प्रदेश के 55 जिलों में से 12 जिलों की कमान महिला कलेक्टरों के हाथ में है। प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब महिला आईएएस को इतनी अधिक संख्या में कलेक्टर सौंपी गई है। आज सिविल सर्विस डे पर झाबुआ कलेक्टर नेहा मीना को पीएम मोदी के हाथों सम्मान मिला है। यह सम्मान उन्हें अच्छे कामों की वजह से मिला है।
झाबुआ की बदल दी तस्वीर : इनमें सबसे ऊपर नाम नेहा मीना का है। प्रदेश की आदिवासी बाहुल्य झाबुआ यूं काफी पिछड़ माना जाता है, लेकिन यहां की कलेक्टर नेहा मीनाने ऐसा बीड़ा उठाया है कि जिले की तस्वीर बदल गई। इसी के चलते नेहा को आईएएस को दिए जाने वाले सर्वोच्च पुरस्कार पीएम एक्सीलेंस अवॉर्ड से नवाजा गया है।
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यह हमारे लिए बड़ी उपलब्धि : नेहा मीना अवॉर्ड सेरेमनी नई दिल्ली से नवभारत टाइम्स डॉट कॉम से बात करते हुए बताया कि हमारे जिले के लिए यह उपलब्धि है कि इस सम्मान से नवाजा गया है। उन्होंने बताया कि झाबुआ में आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत चिह्नित सामाजिक, आर्थिक, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे में सुधार को लेकर कार्य किया है। इस कार्य के चलते प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए चयनित किया गया हैं।
कौन हैं आईएएस नेहा मीना ,: नेहा 2014 बैच की मध्य प्रदेश कैडर की आईएएस अधिकारी हैं। वे मूल रूप से राजस्थान की रहने वाली हैं। नेहा मीना ने इकॉनोमिक्स से एमए किया है। नेहा सदा अपने नवाचार के चलते मध्य प्रदेश के प्रशासन में चर्चित रहती हैं। अपने नवाचारों के कारण उन्हें राष्ट्रपति से भी दो बार सम्मान मिल चुका हैं। यही नहीं नेहा मीना कई बार स्कूलों और हॉस्टलों में शिक्षक बनकर पढ़ाने भी पहुंच जाती हैं। इसके चलते नेहा छात्राओं में काफी लोकप्रिय हैं।