इंदौर : रंग पंचमी के अवसर पर हर साल की तरह इस बार भी गेर का आयोजन किया गया है। गेर का रूट शहर के प्रमुख इलाकों से होकर गुजरता है, और यह आयोजन इंदौर की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बन चुका है। इस आयोजन में शहर के लोग एकत्र होते हैं और रंगों की होली खेलते हैं। रंग पंचमी पर आयोजित होने वाली गेर पर स्थानीय और दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं, जो इस उत्सव का हिस्सा बनते हैं।
50 साल पहले गोरा कुंड चौराहे पर दीवार लेखन : लगभग 50 साल पहले, गोरा कुंड चौराहा इंदौर में एक प्रसिद्ध स्थान हुआ करता था जहां पर दीवार लेखन के माध्यम से नेताओं पर तंज कसा जाता था। शहर के दिग्गज नेताओं के बारे में दीवारों पर व्यंग्य लेखन किया जाता था। यह दीवार लेखन उस समय शहर के राजनीतिक घटनाक्रमों पर लोगों की प्रतिक्रिया और अभिव्यक्ति का एक प्रमुख रूप था। इस पर होने वाली आलोचनाओं और व्यंग्य लेखन ने उस समय के समाज को जागरूक करने और राजनीतिक परिस्थितियों पर सवाल उठाने का काम किया।