मार्च महीने में मौसम के अलग अलग रूप देखने को मिलेंगे।इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ और हवाओं के रूख बदलने से तेज गर्मी, लू, बादल और हल्की बारिश की स्थिति बनेगी।पहले दूसरे सप्ताह में बादल छाएंगे। तीसरे चौथे सप्ताह में बारिश के साथ हीट वेव चलेगी। इस दौरान इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में 3 से 4 दिन लू चल सकती है।इसके बाद अप्रैल मई में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ेगी। इस दौरान ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में पारा 45 डिग्री के पार पहुंच सकता है।पश्चिम-उत्तर भारत में एक नए वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से मार्च के पहले तीसरे हफ्ते में इंदौर, ग्वालियर, चंबल हिस्से में कहीं-कहीं बादल छाने के साथ बारिश के आसार है।
एमपी मौसम विभाग का पूर्वानुमान: वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और उससे लगे पाकिस्तान पर बना प्रेरित चक्रवात अब और मजबूत होकर कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। कम दबाव के क्षेत्र से महाराष्ट्र तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो गुजरात से होकर जा रही है।हवाओं का रुख दक्षिणी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। मार्च में एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत क्षेत्र में पहुंचने वाला है, जिसके असर से फिर बादल बारिश की स्थिति बनेगी।