मुजफ्फरपुर में नौकरी के नाम पर हैवानियत हुई है। एक चिटफंड कंपनी के दरिंदों एक नहीं कई लड़कियों का यौन शोषण किया है। घटना के बाद से पूरे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। एक पीड़ित लड़की किसी भी तरह इन दरिंदों के चंगुल से भाग निकली और कंपनी की काली करतूत को उजागर किया है। पीड़िता बिहार सरकार से न्याय की गुहार लगा रही है। उसने आरोपियों कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। मामला मुजफ्फरपुर के अहियापुर इलाके का है। करीब 180 लड़कियों को नौकरी देने का झांसा देकर बंधक बनाया गया। उनके साथ मारपीट की गई। इनमें से कई लड़कियों के साथ यौन शोषण करने का आरोप लगाया जा रहा है।
सैलरी बढ़ाने के नाम पर 50 लड़कियों को जोड़ने का झांसा : लड़कियों के साथ नौकरी के नाम पर किए गए इस धोखे और काली काम को लेकर छपरा जिले की रहने वाली एक पीड़िता ने जिले अहियापुर थाने में केस दर्ज करवाई। उसने बताया कि सोशल मीडिया पर महिलाओं के लिए जॉब ऑफर के एक पोस्ट के माध्यम से वह डीवीआर नाम के संस्था से जुड़ी थी। अप्लाई करने पर चयन होने के बाद प्रशिक्षण के नाम पर 20 हजार रुपये की मांग की गई। रकम के जमा करने के बाद बहुत सारी लड़कियों के साथ अहियापुर थाना क्षेत्र में ही बखरी के पास एक मकान में रखा गया। इस दौरान में लगभग तीन महीना तक गुजर जाने के बाद भी जब सैलरी नहीं मिली तो उसने संस्था के सीएमडी तिलक सिंह के समक्ष अपनी बात रखी और तब उसे ये बताया गया कि 50 और लड़कियों को संस्था से जोड़ने पर उसकी सैलरी 50 हजार कर दी जाएगी।।