नीमच । (AP NEWS EXPRESS)
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर क्षेत्र के आदिवासी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मनासा मार्ग स्थित सबरी आश्रम पर सुबह 10 बजे समाज एकत्रित होकर 10:30 बजे रैली का शुभारंभ किया। रैली का अंबेडकर सर्किल चौराहा से नगर में प्रवेश हुआ यहां पर मोगिया समाज और कई संगठनों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया ।मुख्य मार्गो से होती हुई रैली फव्वारा चौक बस स्टैंड टैगोर मार्ग,गोमाबाई मार्ग होते हुए कृषि उपज मंडी पहुंची और वहां पहुंचकर जनसभा में परिवर्तित हो गई।उपरोक्त रैली के कार्यक्रम में हजारों समाज जनों की उपस्थिति ने सामाजिक एकता प्रदर्शित की। सभी समाज जन अपनी पारंपरिक वेशभूषा धारण कर आभूषणों से तैयार होकर अपने पारंपरिक वाद्य यंत्रों , तीर कमान व ढोल नगाड़ों के साथ रैली के रूप में निकले। माता शबरी धाम पर भी माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया गया था।इस अवसर पर
देश की आजादी में समाज के बलिदान को याद किया गया। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर रविवार को उत्साह के साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए ।भील समाज जनों ने रैली निकाली इसमें बड़ी संख्या में महिला पुरुष और युवा शामिल हुए रैली डॉक्टर भीमराव अंबेडकर चौराहे पर पहुंची जहां बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर भील समाज के प्रदेश अध्यक्ष रमेश मेंडा ने कहा कि आदिवासी समाज का भारत की आजादी और संरक्षण में अमूल्य योगदान रहा है। हमारे समाज ने न केवल स्वतंत्रता संग्राम में बढ़ चढ़कर भाग लिया बल्कि जंगल वन्य जीव और भूमि की रक्षा में भी सदैव अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान में आदिवासी समाज को विशेष स्थान दिया है लेकिन दुःख की बात है कि आज भी समाज को अपने अधिकारों और सम्मान के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। उन्होंने समाज जनों से एकजुट होकर शिक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण और सामाजिक जागरूकता की दिशा में काम करने का आह्वान किया ।

