बदनावर। इस हफ्ते से शुरू हुई अवैध कब्जे हटाने की मुहिम अभी रोज चल रही है। निकायकर्मी नगर के विभिन्न भागों में घूम कर अस्थाई अतिक्रमण हटा रहे हैं। लोगों ने अपनी दुकानों के बाहर सड़क पर सामान फैलाकर स्थाई रूप से अतिक्रमण कर रखा है। जिससे पहले से ही संकड़े मार्गों पर वाहनों के आवागमन में काफी परेशानी होती है तथा दिन में कई बार जाम लगता है। इससे लोगों को अनावश्यक रूप से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। छोटे-बड़े दुकानदारों ने किसी भी खंबे या सरकारी या खाली पड़ी जगह की आड़ लेकर अतिक्रमण कर लिया है। कई दुकानदार अपनी दुकानों के आगे हाथ ठेले किराए पर देकर दुकानदारी चलाते हैं। शीतलामाता बस स्टैंड के साथ ही पेटलावद रोड एवं नगर में कई स्थानों पर इससे छोटे बड़े हादसे भी हो रहे हैं। बार-बार चेतावनी देने एवं अतिक्रमण हटाने के बावजूद वापस कब्जा करने के कारण अब जुर्माना भी वसूल किया जा रहा है। इससे अतिक्रमण पर थोड़ी बहुत लगाम लगेगी। दुकानों के बाहर रखा सामान भी जब्त किया जा रहा है।
विभिन्न मार्गों पर यात्री बसों में मनमानी किराया वसूली
बदनावर। यात्री बसों के किराए में मनमानी वसूली से आए दिन यात्रियों एवं परिचालकों में विवाद होता है। कंडक्टरों द्वारा की जाने वाली इस वसूली की रोकथाम की ओर परिवहन विभाग आंख मुंदे रहता है। कभी इस बारे में प्रयास नहीं किया जाता कि अपनी ओर से भी निगरानी की जाए। जिम्मेदारों को हमेशा इस बात का इंतजार रहता है कि कोई शिकायत करें तो वे कार्रवाई करने की औपचारिकता निभाएं।पिछले हफ्ते आरटीओ ने शिकायत मिलने पर पीथमपुर इलाके में यात्री बसों में बैठकर पड़ताल की तो बस वाले पकड़ में आए किंतु अपनी ओर से बदनावर क्षेत्र में कभी पड़ताल नहीं की जाती। अपना भेद छुपा कर साधारण यात्री की तरह बसों में सफल करते हुए कंडक्टरों की वसूली का तरीका देखे तो पता चल जाएगा कि कम ज्यादा किराया देने की बात पर यात्रियों को कितनी भद्दी झिड़कियां सुनते हुए जलील होना पड़ता है। यही नहीं कई वर्षों से सुपर बस के नाम पर निर्धारित किराए से अधिक वसूली भी की जाती है। बसों की आपसी प्रतिस्पर्धा एवं सुपर के नाम पर गाड़ी रवाना होने के बाद रास्ते में किराया वसूल किया जाता है। अन्यथा विवाद करने पर यात्रियों को अधबीच में उतारने की धमकी दी जाती है। अब नियमों के बावजूद बसों में किराया सूची लगाना बंद कर दिया गया है। गाड़ी की फाटक पर यह सूची लगाना अनिवार्य है। इसे देखने की फुर्सत किसी जिम्मेदार को नहीं है। इंदौर, रतलाम, धार, बड़नगर, उज्जैन, पेटलावद, थांदला, राजगढ़, सरदारपुर आदी चारों दिशाओं के गांव नगरों का किराया अलग अलग वसूल किया जाता है और तमाम बसवालों के नियम कायदे हैं। बस मालिकों के नेताओं, पुलिस तथा विभागीय अधिकारियों से घनिष्ठ रिश्ते हैं। जिनसे वे टस से मस नहीं होते और अपनी मर्जी के मुताबिक किराया वसूल करते हैं। इस कारण शिकायत करने पर कुछ भी होता जाता नहीं और सभी अपने-अपने तर्कों व कुतर्कों से शिकायतकर्ता को झूठा साबित करने में सफल हो जाते हैं।
सीएमओ का पदोन्नति के बाद तबादला
बदनावर। 14 माह से नगर परिषद बदनावर के मुख्य नगर पालिका अधिकारी मनोजकुमार मौर्य का उज्जैन नगर निगम में उपायुक्त नियुक्त किए जाने के बाद स्थानांतर हो गया है। उन्हें राज्य शासन ने सिंहस्थ की तैयारियों के सिलसिले में विशेष तौर पर उज्जैन भेजा है। उनके स्थान पर बदनावर में सीएमओ के पद पर लालसिंह राठौर को नियुक्त किया गया है। वे मांडव से आए हैं। उन्होंने अपना कार्यभार संभाल लिया है। राठौर पहले भी काफी समय तक बदनावर निकाय में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं।
बसंत पंचमी पर सामूहिक विवाह सम्मेलन होंगे
बदनावर। बसंत पंचमी 14 फरवरी को यहां तीन समाज में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया जा रहा है। जायसवाल समाज सामूहिक विवाह सम्मेलन में 20 से अधिक जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। कार्यक्रम समाज के मांगलिक भवन हरियाली बाजार पिटगारा में होगा। आयोजन का यह 21वां साल है। इसी तरह डॉ आरएस जाट सामूहिक विवाह सम्मेलन में समाज के 9 जोड़े परिणाम सूत्र में बंधेंगे। कार्यक्रम बड़ी चौपाटी स्थित राजदीप गार्डन में होगा। जबकि 12 फरवरी को राठौड़ समाज के सात जोड़ों का विवाह होगा। यह आयोजन भी राजदीप गार्डन में किया जा रहा है।

