नीमच।
प्रदेश भाजपा द्वारा निकाली जा रही जन आशीर्वाद का जिले के रामपुरा क्षेत्र के गांव रावली कुई में ग्रामीणों ने चिता प्रोजेक्ट को लेकर विरोध कर जन आशीर्वाद यात्रा के काफिले को रोककर चीता प्रोजेक्ट को रोकने का आग्रह किया। लेकिन भाजपा नेताओं द्वारा अनसुनी करने पर ग्रामीण भड़क गए और जन आशीर्वाद यात्रा में चल रहे वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया व कांच फोड़ दिए। उल्लेखनीय है कि नीमच से एक दिन पहले रवाना हुई जन आशीर्वाद यात्रा को दूसरे ही दिन जिले के गांव में आक्रोश का शिकार होना पड़ा। मामला प्रदेश स्तर तक गर्मा गया है। प्रदेश के भाजपा और कांग्रेस नेता सोशल मिडिया पर घटना को लेकर आरोप प्रत्यारोप लगाकर ट्वीट कर रहे हैं । भाजपा नेता घटना को लेकर कांग्रेस की साजिश बता रहे हैं तो कांग्रेस नेता इसे भाजपा की विधानसभा चुनाव से पहले होने वाली आपसी कलह का परिणाम बता रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश की भाजपा सरकार विकास कार्यों और अपनी उपलब्धियों का चिठ्ठा लेकर जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से पुन: प्रदेश में सरकार बनाने के उद्देश्य से प्रदेश में जन आशीर्वाद निकाल कर जनता का आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करने में लगी है। परंतु यात्रा के दूसरे दिन मनासा विधानसभा में जन आशीर्वाद यात्रा के प्रवेश होते ही विरोध सामने आया जिसमें जावद क्षेत्र के गांव माल खेड़ा में कुछ युवाओं ने काले झंडे दिखाएं और शाम को गांव रावली कुई पहुंचने पर चिता प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने यात्रा पर पथराव कर दिया। ग्रामीणों द्वारा किए गए पथराव से यात्रा में शामिल वाहनों के कांच फूट गए। ग्रामीणों का आक्रोश देखकर भाजपा नेता स्वयं का बचाव करते हुए यात्रा छोड़कर निकल लिए। घटना को लेकर विधायक ने इसे कांग्रेस का प्रायोजित कार्यक्रम बताया है तो कांग्रेस ने भाजपा की आपसी कलह का परिणाम करार देते हुए चुनाव से पहले भाजपा की जमीन खिसकने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि रामपुरा के वन परिक्षेत्र में केन्द्र सरकार के चिता प्रोजेक्ट को लेकर ग्रामीणों का विरोध महिने भर से जारी है। जन आशीर्वाद यात्रा जब मनासा से रामपुरा क्षेत्र के गांव रावली कुई पहुंची तो यात्रा में शामिल राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव और विधायक माधव मारू के काफिले को रोककर चिता प्रोजेक्ट को यहां नहीं लाने का आग्रह किया गया। जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने चिता प्रोजेक्ट को लेकर विधायक और भाजपा नेताओं से चर्चा कर यहां से चिंता प्रोजेक्ट हटाने का आग्रह किया लेकिन भाजपा नेताओं ने ग्रामीणों की बात को तवज्जो नहीं दी और पुलिस व सुरक्षा कर्मीयों ने ग्रामीणों के साथ धक्का मुक्की की । ऐसे में गुस्साए ग्रामीणों ने जन आशीर्वाद यात्रा के काफिले पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव से विधायक सहित अन्य वाहनों के कांच फूट गए। पथराव के दौरान कैलाश विजयवर्गीय, मोहन यादव और सांसद सुधीर गुप्ता भी रथ में सवार थे। हालांकि पथराव की घटना में किसी को कोई चोट नहीं आई। पथराव और विरोध की सूचना मिलते ही रामपुरा, मनासा कुकडेश्वर पुलिस थाने से पुलिस बल बुलाया गया।
ग्रामीणों का कहना था कि चिता प्रोजेक्ट को लेकर जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से भी आग्रह किया था। लेकिन कोई हल नही निकला। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने पूर्व मंत्री कैलाश चावला को बिना किसी रोक टोक के जाने दिया। भाजपा विधायक माधव मारू की गाड़ी के कांच पूरी तरह से फोड़ दिए। ऐसे में ग्रामीणों का गुस्सा देख कर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सांसद सुधीर गुप्ता, बंशीलाल गुर्जर, मंत्री जगदीश देवडा व मोहन यादव ने वहां से बच निकलने में ही अपनी भलाई समझी ।

