नीमच : प्रशासन द्वारा की गई मतदान जागरूकता अभियान की सार्थकता आज मतदान के दौरान पूर्ण रूपेण नजर आई। मगर जिस तरह कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में दावे प्रति दावे नजर आए थे कांग्रेस के स्थानीय नेताओं जनप्रतिनिधियों द्वारा किए गए तमाम दावों को आज पोलिंग बूथ के बाहर लगने वाली टेबल ने खुलासा कर बता दिया कि कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में बूथ हो या 100 मीटर की दूरी पर लगी टेबल उस पर बैठने वाले कार्यकर्ता तक नहीं मिले जिसका नजारा देखने को मिला कृषि उपज मंडी में जहां कांग्रेस की टेबल व कुर्सियां जरुर पड़ी थी पर वहां ना कोई बैठने वाला था ना किसी प्रकार की चुनावी समग्री। यानी ऐसे में यह स्वत सिद्ध हो गया कि कांग्रेस की स्थिति क्या है।
अगर यह कहें कि कांग्रेस के लिए “हाथ कंगन को आरसी क्या” वाली कहावत चरितार्थ हो रही है तो गलत नहीं होगा। कुल मिलाकर अगर देखा जाए तो कांग्रेस उम्मीदवार दिलीप गुर्जर ने नागदा खाचरोद के अपने कार्यकर्ताओं को इस क्षेत्र में अपने प्रचार प्रसार का जिम्मा सौंपा उसकी नाराजगी से उपजी स्थानीय कांग्रेसियों की नाराजी कहें या स्थानीय कांग्रेसियों द्वारा उनके समर्थन में किए गए प्रचार प्रसार मे बरती गई ढील ही शायद मतदान दिवस के दिन कांग्रेस के सामने आ खड़ी हुई जो क्या गुल खिलाएगी यह तो भविष्य बताएगा। आज सुबह 7:00 बजे से लोकतंत्र के महापर्व पर लोगों ने अपने मताधिकार का फर्ज निभाना शुरू कर दिया। प्रशासन द्वारा चलाए गए मतदान जागरूकता अभियान का प्रभाव देखने को मिला। क्योंकि मतदाता सुबह से ही मतदान के लिए घरों से निकल पड़े और मतदान कर एक दूसरे को भी प्रेरित करते नजर आए। वयोवृद्ध मतदाता भी मतदान करने में पीछे नहीं रहे वे अपने परिजनोंके साथ मतदान केंद्रों पर पहुंचे और मतदान का फर्ज निभाया। स्टेशन रोड स्थित कृषि उपज मंडी प्रांगण में लगे दो बूथ पर सुबह 10: 30 बजे तक एक बूथ पर 28% व दूसरे बूथ पर 25% मतदान हो चुका था एवं मतदाताओं की कतार लगी हुई थी।