कमलनाथ ने खेली पारी अब भाजपा की बारी
नीमच/
कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 1 सितम्बर को नीमच की धरा पर रोड़ शो कर महती जनसभा को संबोधित करने के साथ जिस चुनावी रण का आगाज किया है। उसी धरती पर ठीक दो दिन बाद भाजपा की केन्द्र सरकार व मध्यप्रदेश सरकार के एक दर्जन से ज्यादा मंत्री, संगठन प्रमुखों, विधायकों की उपस्थिति में केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झण्डी बताकर इस कमल उपजाऊ धरती पर भाजपा की फसल को आगामी विधान सभा चुनाव में लहलहाने का आगाज करेंगे।
कमलनाथ की सभा के बाद राजनाथ व प्रदेश के नेताओं की उपस्थिति नीमच की धरा
पर ऐसा चुनावी बिगुल होगा जो मालवा अंचल को सिंचित कर भाजपा के जनाधार को अपने विकास का लेखा-जोखा बताकर मतदाताओं के मानस पर अपनी छाप अंकित करने की कोशिश को ताजा करेगा। वैसे तो नीमच मंदसौर जिला भाजपा का ऐसा गढ़ है जहां भाजपा अपनी जीत को लेकर पूरी ‘तरह आश्वस्त रही है। मगर इस बार जिस तरह मतदाता का मानस महंगाई से आहत है गैस, पेट्रोल डीजल से लेकर आम आदमी की हर जरूरत उसे महंगाई की भट्टी में झोंक रही है। ये ऐसा दर्द है जिसकी पीड़ा का खामियाजा भाजपा उठाना नही चाहती। यही वजह है कि भाजपा की केन्द्र व प्रदेश सरकार ने पानी के पूर्व पाल बांधने की पूरी तैयारी कर जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से जनता के दर्द पर मरहम लगाकर उनके मानस को भाजपा के प्रति निष्ठावान बनाए रखने के लिये जन आशीर्वाद यात्रा को विधान सभा क्षेत्रों में भ्रमण करवाने की कवायद का सहारा लिया है व केन्द्रीय व प्रदेश सरकार के नुमाइन्दों को भेजकर इस यात्रा की सफलता को मूर्तरूप देने का दायित्व सौप दिया है। खैर। वैसे यात्रा हो या जनसभा उसमें उपस्थित भीड़ कभी भी किसी की हार या जीत का पैमाना नही होती। मगर ये बात जरूर है कि वह पक्ष हो
या विपक्ष उसका माहोल क्रिएट कर गणित ज्ञान को जरूर इधर-उधर करने का कारण बनती है। कहने का आशय यह है कि कमलनाथ भले ही अपनी जनसभा में उमड़ी भीड़ को देखकर अपनी सरकार बनने के पूर्वाग्रह से गदगद हो गये मगर राजनीति ऐसी लत का नाम है जिसमे कोई किसी का सगा नही होता और ये नई बात नहीं है। इसलिये
अभी तो टिकीट वितरण और उसके बाद चलने वाले दांव-पेच कांग्रेस हो या भाजपा दोनों के लिये कैसा सिरदर्द बन सकते हैं यह कहने की जरूरत नहीं है। लेकिन भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकार का नीमच की धरती से आगाज उसकी कुंडली को किस कदर प्रभावी बनाएगा यह तो भविष्य ही बताएगा।

