नीमच । (सुरेश सन्नाटा)
मालवा – मेवाड़ की आरोग्य दात्री देवी महामाया भादवामाता का आश्विन नवरात्रि मेला 10.30 बजे शुभ मुहूर्त में प्रारंभ हो गया । सर्वप्रथम माता के पुजारियों द्वारा ज्वारे बोकर ज्योत जलाई एवं आरती कि गई इसके बाद मंदिर के शिखर पर विधायक दिलीप सिंह परिहार, कलेक्टर हिमांशु चंद्रा, एसपी अंकित जायसवाल ने जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ धर्म ध्वज़ा चढ़ाई ।
मंदिर समिति की ओर से नवरात्रि के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बिजली, पानी, टेंट, सफाई, भोजन, सुरक्षा के लिए पुलिस चौकी एवं सीसीटीवी कैमरो की व्यवस्था की गई । इस बार 2 तीज होने के कारण नवरात्रि उत्सव में 9 की वजह 10 दिन तक मेला रहेगा । महष्टमी हवन 30 सितंबर की रात्रि में 10:30 बजें से प्रारंभ होगा जिसकी पुर्णाहुति सुबह 5 बजें होगी । नवरात्रि मेले का समापन 1अक्टोबर को शुभ मुहूर्त में ज्वारे विसर्जन व महाआरती के साथ होगा । पहले दिन घटस्थापना के अवसर पर 5 हजार से ज्यादा भक्तों ने यहां पहुंच कर माता रानी के दर्शन किये सुबह 5 बजे से भक्तों के दर्शन का क्रम चला जो महा आरती तक चलता रहा ।
उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर स्थित मालवा की वैष्णोदेवी के नाम से प्रसिद्ध महामाया भादवामाता का मंदिर में स्थित अमृत रुपी बावड़ी के जल से स्नान करने, भभुति लेने, मंदिर कि परिक्रमा लगाने व माता की आराधना करने से लकवा एवं अन्य चर्म रोगों से मुक्ति मिलने के अलावा मनोवांछित मनोकामनाएं पुर्ण होती है । यहां वर्ष भर प्रतिदिन 1 हज़ार से अधिक भक्त आते है । रविवार को तो यह आंकड़ा 3 से 4 हजार तक पहुंच जाता है । साल के दोनों नवरात्रों में प्रदेश के नीमच, मंदसौर, रतलाम, इंदौर, उज्जैन, धार, झाबुआ, खरगोन, देवास सहित राजस्थान, गुजरात के अलावा अन्य राज्यों से तीन लाख से ज्यादा भक्त यहां आकर स्वास्थ लाभ लेते है।
नवरात्रि में तीन समय होती है आरती
वैसे तो माताजी कि प्रतिदिन और चैत्र नवरात्रि में सुबह शाम 2 बार आरती होती है । परंतु आश्विन नवरात्रि में प्रात: 4 बजें मंगला आरती सहित 3 बार आरती होती है ।

